जो लिखे थे पत्र वो भेजे नहीं। जो लिखे थे पत्र वो भेजे नहीं।
सच है टूटा आईना फिर जुड़ नहीं सकता टूटकर फूल डाली से फिर खिल नहीं सकता। सच है टूटा आईना फिर जुड़ नहीं सकता टूटकर फूल डाली से फिर खिल नहीं सकता।
मुझ पर खत्म होते है पर अब सब कुछ बेजान है क्योंकि तुम नही हो मैं जी लेता है इन यादों , बातों औ... मुझ पर खत्म होते है पर अब सब कुछ बेजान है क्योंकि तुम नही हो मैं जी लेता है...
हम कभी न बिछाड़ेंगे ये कहा था तुमने तुम अब भी झूठें वादे करती हो क्यातुम शायरी हम कभी न बिछाड़ेंगे ये कहा था तुमने तुम अब भी झूठें वादे करती हो क्यातुम शायरी
जाने वाले चले जातें हैं पर उनसे जुड़ी कर चीज उनकी याद दिलाती है जाने वाले चले जातें हैं पर उनसे जुड़ी कर चीज उनकी याद दिलाती है
कमरे में किताबें हैं अकेला भी तुम्हारा अता पता नहीं ! कमरे में किताबें हैं अकेला भी तुम्हारा अता पता नहीं !